अपने प्यारे हिंदोस्ता की शान बतलाऊंगा कभी
चिंता न करो तुम|
अमन के दुश्मनों का दिल दहलाऊंगा कभी
चिंता न करो तुम |
मै क्या हूँ अभी, मुझे समझोगे भी क्या तुम
कुछ बनकर दिखलाऊंगा कभी
चिंता न करो तुम |
धर्म के नाम पे दिलों में राज करने की
साजिस रचते हो,
कुत्तों की तरह दौड़ाउंगा
चिंता न करो तुम |
मासूम सी अवाम को फुसलाकर
जो तुमने अत्त्याचार किये
बेकदर कर, बेमौत मरवाउंगा कभी
चिंता न करो तुम |
अट्टालिकाओ में छुप जाते हो|
देश को लूटकर चोरो,
झोपड़ियों की ताकत बतलाऊंगा कभी
चिंता न करो तुम|
दुर्योधन बने हो अभी
मर्जी भर लूट लो चीर को,
अर्जुन बन कहर बरपाउंगा कभी
चिंता न करो तुम |
दुनिया के सामने सर झुकाया है
तुमने भारत माँ का, रखवालो
सरे बाज़ार सर तुम्हारे कटवाउंगा कभी
चिंता न करो तुम |
रोहित कुमार.....
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